Saturday, October 10, 2015

हे ! भ्रमर गीत गा मधुर - मधुर

हे !भ्रमर गीत गा  मधुर - मधुर  ।
मधुसिक्त कंठ से  मधुर गीत,
गतिशील, प्रखर  ,शीतल  समीर
भारत - माॅ का  महिमा -मंडन
भारत -सपूत -उज्ज्वल -भविष्य
हे ! भ्रमर गीत गा मधुर - मधुर  ।।

हिमगिरि  से रामेश्वर  सुदूर
गुजरात से अरुणाचल प्रदेश
भर दे भारत में संगीत  मधुर
कन्या कुमारी  से कश्मीर
हे! भ्रमर गीत गा मधुर - मधुर  ।।

नव वर्ष की स्वर्णिम बेला मे
नव -भारत का हो मृदुल सृजन
जन-जन का जीवन मधुर बने
खुशियों से हो परिपूर्ण वतन ।।

हे ! जगत- नियंता जगदीश्वर
हे ! जगत के जगताधार प्रभो
जग -जीवन सफल बना देना
जन - जन - सुखी संसार प्रभो ।।

भारत  जग -अधिनायक हो
जन-जीवन शक्ति-पुंज प्रखर
हे ! मधुप गीत गा मधुर -मधुर
हे ! भ्रमर गीत गा मधुर -मधुर ।।