पुस्तक का हमारे जीवन में विशिष्ट स्थान है । पुस्तक ज्ञान प्राप्ति का साधन है । पुस्तक के माध्यम से पढ-लिखकर लोग अपना जीवन सार्थक बनाते हैं । इसलिए पुस्तक को हमरी सच्ची साथी कहा गया है । पुराने समय से ही पुस्तकें ज्ञान के संचय का माध्यम रही हैं । वेद - पुराण , रामायण - गीता ,बाइबिल -- कुरान भी पुस्तक के रूप में हमारे पास उपलब्ध है । लेखक , साहित्यकार , कवि एवं नाटककार अपनी कृतियों को पुस्तक के रूप में सजोते हैं , जिन्हें पढकर लोग ज्ञान प्राप्त करते हैं । अतः पुस्तकें ज्ञान की गंगा हैं ।