सत्य परेशान हो सकता है, परन्तु पराजित नहीं |
नववर्ष के प्रभात पर गीत नया गाइये। मुस्करा रहे हैं हम आप मुस्कुराइये । मुस्कुरा रही है कली फूल मुस्कुरा रहे । नववर्ष की खुशी में दुख दर्द भूल जाइए । मुस्कुरा रहे हैं हम आप मुमुस्कुराइए ।।
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