Monday, August 22, 2011

भ्रष्टाचार -लोकतंत्र के लिए खतरा |

भ्रष्टाचार एक सामाजिक एवं राजनैतिक दूषण है | राजनेता अपने नैतिक मूल्यों को भूलकर अपनी जेब भरने में लगे है | उन्हें यह भी याद नहीं कि हम शपथ लिए हैं कि हम संविधान की रक्षा करेंगे | उन्हें यह भी याद नहीं कि हमारी जिम्मेदारी क्या है | उनके इस गैर जिम्मेदाराना वरताव और व्यवहार ने जनता के दिल को तोड़ दिया है |
इस लिए देश और समय की यही मांग है कि एक सशक्त जनलोकपाल बिल पास किया जाय |

जयहिंद    
                                                                    राजेंद्र रामनाथ मिश्र                                                                                                                                                  

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