पारंपरिक भोजन अर्थात वह भोजन जो पुरानी परंपरा के अनुसार पकाया व खाया जाता है । पारंपरिक भोजन शरीर की आवश्यकता के अनुसार तैयार किया जाता है ।यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है । इस से शरीर को संतुलित खुराक मिलती है । मोटापा नहीं बढता तथा शरीर स्वस्थ रहता है । भोजन को जरूरत के अनुसार उचित ढंग से उबालकर ,सेंककर अथवा तलकर पकाया जाता है । इसके विपरीत फास्ट फूड को पकाने का तरीका बिल्कुल अलग होता है । फास्ट फूड जरूरत से अधिक पकाया जाता है ।स्वाद बढाने के लिए इसमें अजीनोमोटो जैसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ही खतरनाक होता है । स्वाद से आकृष्ट युवावर्ग फास्ट फूड की अच्छाई व बुराई को समझे बिना उपयोग करते हैं ,जिसका असर उनके मन ,मस्तिष्क तथा स्वास्थ्य पर पडता है । फास्ट फूड का अधिक उपयोग करने वाले लोग समय से पहले ही उच्च रक्तचाप ,डायविटीज जैसी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं । इससे युवा वर्ग को सावधान रहने की आवश्यकता है , जिससे लंबा सुखी व स्वस्थ जीवन जी सकें ।
Sir plzz write more about पारंपरिक भोजन बनाम फास्ट फूड
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