अधिकार और कर्तव्य दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं । अधिकार लोगों के जीवन की सुरक्षा निश्चित करता है । किसी भी देश की सरकार या वहाँ के लोगों को अपने देश के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए । विश्व में मानवाधिकार आयोग एक संस्था है जो लोगों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है । जिसके द्वारा विश्व में कहीं भी लोगों के साथ हो रहे अन्याय व अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई जाती है ।हम अपने अधिकारों को पाने के हकदार हैं ,परन्तु अपने कर्तव्यों का पालन करना भी हमें अपना धर्म समझना चाहिए । हमें सदैव यह ध्यान रखना चाहिए कि हम अपने अधिकार के लिए किसी दूसरे के अधिकार में बाधा न डालें । अगर ऐसा होता है तो ही सब के अधिकारों की रक्षा हो सकेगी । सभी लोग अपने अधिकार प्राप्त करना चाहते हैं और कर्तव्य का पालन करने से दूर भागेंगे तो यह सर्वदा असंभव होगा ।अतः अधिकार के साथ कर्तव्य पालन अत्यंत आवश्यक व महत्वपूर्ण है ।
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