Sunday, January 23, 2011

जीवन-पथ

एक सड़क मेरे घर से भी 
 इस जनपथ तक आती है ||

 कभी इधर दायें मुड़ती है
 कभी उधर बाएं मुड़ जाती,
 कभी सफ़र लम्बा लगता है 
 या दूरी खुद कट जाती है | 
एक सड़क मेरे घर से भी 
 इस जनपथ तक आती है ||

जगह -जगह चौराहे आते 
 कई जगह बाज़ार दुकानें 
 कई जगह रुकना पड़ता है 
 कई जगह रफ़्तार बढ़ाना 
 साथ समय के चलते रहने से 
 सारी मुश्किल हट जाती है
 एक सड़क मेरे घर से भी 
 इस जनपथ तक आती है ||

जग में जीवन एक सड़क है 
 एक सफ़र जीवन का प्रतिपल 
एक समस्या हर क्षण बनती 
 और निकल जाता उसका हल 
 हर जीवन में मृत्यु अटल है |
 यही सत्य का मार्ग बताती 
एक सड़क मेरे घर से भी |
 इस जनपथ तक आती है ||
                                    राजेंद्र रामनाथ मिश्र 

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