Friday, January 14, 2011

आप की राय (हास्य )

किसी के थल्लम -थल्लम पेट
किसी का सूखा तन कंकाल |
किसी के मुरझाये हैं होठ
किसी के चिकने -चुपड़े गाल||

किसी को दाने के लाले ,
किसी का लालो का जयमाल
किसी के लम्बे -चौड़े हाथ  
किसी के बधे हाथ निसहाय ||

 कोई गाता है इंग्लिश सॉन्ग
 कोई करता है हाय-हाय ,
 जगत के कई अनोखे रूप
 आप की अपनी क्या है राय ||

किसी के हाथी जैसे पेट
किसी की भूखे कटती रात
कोई सहता तपती धूप
किसी पर नोटों की बरसात ||

गरीबी है आशा विश्वास 
अमीरी अहंकार की लाश
 जगत   के दो पहलू है खास 
 परन्तु दोनों में  विरोधाभास  ||

किसी का शोषण  करके लोग   
बढ़ाते अपनी खुद  की आय 
आप की अपनी क्या है राय ||
                                       राजेंद्र रामनाथ मिश्र

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